मो. अनस सिद्दीकी
नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पहले उन्होंने ‘संविधान बचाओ’ रैली की अब ‘जन आक्रोश रैली’ कर रहे हैं. दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित हो रही इस रैली में करीब एक लाख लोगों के पहुंचने की खबर है. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और कांग्रेस की पूर्व चेयरपर्सन सोनिया गांधी भी जन आक्रोश रैली में मौजूद हैं.प्रतिवर्ष 2 करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा लेकिन दो लाख को भी रोजगार नहीं.
देश में किसानों की बदहाली, किसान आत्महत्या को मजबूर, किसानों को फसल की लागत मूल्य ना मिलना, किसानों का ऋण माफ अब तक नहीं.
सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट, चुनाव आयोग, रिजर्व बैंक जैसी संवैधानिक संस्थाओं के कामकाज पर सरकार की दखलअंदाजी.
राष्ट्रीय एकता, अखंडता, भाईचारा, सामाजिक समरसता, आपसी सद्भाव को खतरा. पूरे देश में सुरक्षा और डर का माहौल.
हाल में हुए उन्नाव, कठुआ, सूरत, सासाराम और गाजीपुर जैसी रेप घटनाओं से देश में दहशत. कानून व्यवस्था की बदहाली.
दलितों के खिलाफ बढ़ रहे हिंसा और अत्याचार के मामले. कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार ने दलित संरक्षण कानून कमजोर करने की साजिश रची.
100 दिन में काला धन वापस लाने और हर भारतीय के खाते में 15 लाख जमा कराने का झूठा जुमला. कांग्रेस ने मोदी पर पुराने वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है.