मो. अनस सिद्दीक़ी
नई दिल्ली| कर्नाटक के सियासी ‘नाटक’ का आखिरकार अंत हो गया है| सरकार बनाने का दावा करने वाली भाजपा पार्टी और येदिदुरप्पा सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाए और उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया| सदन में येदियुरप्पा के शुरूआती भाषण से ही यह झलक रहा था कि वो बहुमत साबित करने में असमर्थ है, इससे पहले भी खबरे आई थी कि वप फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफ़ा दे देंगे| सदन को सम्बोधित करते हुए येदियुरप्पा ने कहा येदियुरप्पा जनता ने हमें 113 सीटें नहीं दी| अगर ऐसा होता तो राज्य में स्थिति बदल जाती, उन्होंने कहा राज्य को ईमानदार नेताओं की जरुरत है| मेरे सामने आज अग्निपरीक्षा है. मैं फिर से जीत के आऊंगा| हम 150 से ज्यादा सीटें जीतेंगे. राज्य के हर क्षेत्र में जाऊंगा और जीतकर आऊंगा, राज्य में जल्द चुनाव होगा| अपने भावुक भाषण के बाद येदियुरप्पा ने विधानसभा में अपने पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि में बहुमत परीक्षण को आगे नहीं बढ़ाते हुए इस्तीफा देता हूं और राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा सौंप दूंगा। उनके इस्तीफे के बाद अब राज्य में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार येदियुरप्पा को आज शाम 4 बजे बहुमत साबित करना था । इसके लिए विशेष तैयारियां की गई थी| फ्लोर टेस्ट को देखते हुए विधानसभा के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इससे पहले प्रोटेम स्पीकर के मुद्दे पर हुई सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में फैसला हुआ है कि केजी बोपैया प्रोटेम स्पीकर बने रहेंगे| खबर आई थी कि कांग्रेस के दो विधायक आनंद सिंह और प्रताप गौड़ा पाटिल असेंबली नहीं पहुंचे थे। इसी तरह जेडीएस के दो विधायक के भी सदन नहीं पहुंचने की खबर आई। प्रताप गौड़ा पाटिल करीब एक बजे विधानसभा पहुंचे। शाम को 3:30 बजे आनंद सिंह भी सदन में पहुंंच गए।
इस्तीफे से पहले दिया भावुक भाषण
बीएस येदियुरप्पा ने सदन को संबोधित करते हुए प्रस्ताव सदन में रखा। सदन में येदियुरप्पा ने भाषण शुरू किया| येदियुरप्पा ने कहा लोगों ने हमें बड़े प्रेम से चुना है, मेरे पास 104 विधायक हैं| जनादेश कांग्रेस और जेडीएस के खिलाफ गया है| दोनों का गठबंधन अवसरवादिता है| जनादेश के खिलाफ दोनों एक हो गए| कांग्रेस-जीडीएस एक दुसरे के खिलाफ लड़े, लेकिन सरकार बनाने के लिए एक हो गए| हमने कई उतार चढ़ाव देखे, मैं आखिरी सांस तक जनसेवा में लगा रहूँगा| सोचा था किसानों का कर्ज माफ़ करूंगा, राज्य में 3700 किसानों ने आत्महत्या की है। कर्नाटक का किसान आंसू बहा रहा है, मैं अपना कर्त्तव्य निभा रहा हु| येदियुरप्पा ने कहा हमने मौके पर जाकर किसानों की मदद की.’ उन्होंने आगे कहा कि पिछली सरकार से नाराज लोगों ने उनके खिलाफ वोट दिया. गरीब किसानों को बेहतर जीवन मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह जनसेवा के लिए जीवन को समर्पित करना चाहते हैं|
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के नये मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करने का आदेश दिया था| अदालत ने बहुमत साबित करने के लिए आज शाम चार बजे का समय दिया | बहुमत परीक्षण के लिए मुख्यमंत्री येदियुरप्पा भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा पहुंचे वहीं कांग्रेस और जेडीएस विधायक भी बसों में विधानसभा पहुंचे| येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद से भाजपा को एक बड़ा झटका लगा है, वहीं कांग्रेस में ख़ुशी की लहर है| उनयेदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद अब राज्य में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया।
किसी पार्टी को नहीं बहुमत..जोड़ तोड़ से ही बनेगी सरकार
15 मई 2018 को मतगणना के बाद कर्नाटक विधानसभा में किसी को भी पूर्ण बहुमत नहीं मिला. बीजेपी 104 सीट पर जीत दर्ज की जबकि कांग्रेस 78 सीटों पर जीत दर्ज की. जेडीएस के खाते में 38 सीट गई जीत दर्ज करने में सफल रहे| कोर्ट के आदेश के अनुसार 19 मई की शाम 4 बजे कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा को अपना बहुमत साबित करना था, लेकिन वो बहुमत साबित नहीं कर पाए|